इन्ही दिनों तुम्हारी दादी के ऑपरेशन की बात भी चली और वो २८ को हॉस्पिटल चली गयी . तब पापा ने मम्मा को तुम्हारे मामा के घर भेजा जिस से मम्मा की अच्छे से केयर हो सके .मम्मा काफी उदास हुई क्यूंकि वो पहली बार अकेले गयी थी जब उसे केयर की जरुरत थी पर पापा के पास ओर कोई रास्ता भी नहीं था . मम्मा पापा से बहुत गुस्सा भी हुई थी पर शायद मम्मा को गुस्सा नहीं करना चाहिए था क्यूंकि पापा कुछ नहीं कर सकते थे .
उधर तुम्हारा दद्दा अपनी बुआ के घर आने से बहुत खुश था और वो बुआ के वोमिट करने पे बहुत उदास हो जाता था और खुद भी कर के दिखता था .फिर दादी का ऑपरेशन हो गया और पापा मम्मा को जल्दी से घर ले आये .अब मम्मा खुश थी .मम्मा 30 दिस. को वापस आई थी और दोनों ने काफी बातें की .फिर दादी भी घर वापस आ गयी . अब मम्मा कुछ काम नहीं कर पाती थी तो पापा का काम बहुत बढ़ गया . उन्होंने बहुत मेहनत की . कभी मम्मा संतरा खाती तो कभी जूस ,कभी ग्लूकोस तो कभी भेलपुरी . तभी मम्मा को पता चला की मूंग दाल की नमकीन खाने से वोमिट कम होती है .३ जन. को हमें स्कैन के लिए टाइम मिला .मम्मा पापा दोनों बहुत उत्साहित थे इस के लिए क्यूँ की हमने अपना अंश दिखने वाला था और दोनों बहुत टेंशन में भी थे कि सब ठीक हो .फिर दोनों स्कैन के लिए गए तो देखा कि तुम तो बहुत ही छोटे से हो . हमने एक सफ़ेद बिंदु सा देखा दिया जो की तुम हो . अभी तुम बहुत छोटे हो शायद मटर के दाने के बराबर और तुम्हारे लम्बाई है ४.५ मिमी .आज हमने तुम्हारी धड़कन सुनी एक धुक -धुक की सी आवाज जो की तुम्हारा स्पंदन है .अभी तुम्हारी उम्र ६ हफ्ते ४ दिन है . मम्मा को शुरू के ३ महीने तक बहुत ध्यान देना है और संभल के रहना है . आजकल एक एक दिन बहुत मुश्किल से निकलता है . लगता है जैसे एक दिन एक साल हो गया हो
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