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Thursday, December 6, 2012

एक नया स्पंदन:सान्वी


      ९ अगस्त को ये लोग पहुँच गए. अब सब  तुम्हारे आने का बेसब्री से इन्तजार कर रहे हैं.अब १५ दिन और बचे हैं जब कि तुम हमारे पास ही होगे. डॉक्टर के हिसाब से सब कुछ नार्मल ही है.बस आजकल मम्मा मजे से खा पी रही है और तुम्हारे लिए सामान ठीक से लगा रही है.
               १८ अगस्त को हॉस्पिटल गए तो डॉक्टर ने कहा अगर दर्द नहीं हो तो २४ अगस्त को एडमिट हो जाना.और हम लोग ख़ुशी ख़ुशी वापस आ गए. पर आप तो शुरू से ही  बहुत शोशेबाज हो तो २४ तक का वेट नहीं कर पाए और २० अगस्त को ही मूवमेंट करना कम कर दिया.अब तो हॉस्पिटल जाना ही अंतिम चारा था तो गए वहां पता लगा कि धड़कन भी थोडा सा कम है. डॉक्टर के हिसाब से खाना खाने के बाद दुबारा टेस्ट करवाना था तो घर वापस आ गए फिर शाम को गए. वहां बोला गया कि मम्मा को एडमिट हो जाना चाहिए रात को निरीक्षण के बाद वो लोग सुबह से पेन शुरू करवाएंगे.

                                                                                             
           बस सुबह से पेन शुरू होने के साथ ही एक लॉन्ग मेराथन भी शुरू हुई जो  कि २२ अगस्त को ३ बज के ३६ मिनट  पे समाप्त हुयी.
           





जब डॉक्टर ने बताया कि तुम आ गए हो तो मम्मा ने पूछा
बेबी गर्ल? क्यूंकि मम्मा पापा को बेबी गर्ल ही चाहिए थी.
इस तरह से हमारा सपना पूरा हुआ और तुम हमारे हाथों
 में आ गयी.







                             इसके साथ ही ब्लॉग को नाम मिला "एक नया स्पंदन:सान्वी"
 
 

दूसरा हॉस्पिटल ट्रिप: 6 अगस्त


 कभी कभी डॉक्टर बोलती है की तुम्हारी ग्रोथ बहुत कम है इस लिए  तुम ३१ जुलाई के बाद कभी भी आ सकते हो.पर मम्मा पापा की मेहनत रंग लायी और स्कैन में सबकुछ ठीक आया.अब तुम्हारा वेट २.१ किलोग्राम हो गया है . ९ को तुम्हारे स्वागत के लिए दादी नानी भी यहाँ पहुँचने वाले हैं.
         
          ६ अगस्त को हम लोगों ने रात का खाना खाया और सोने चले गए. फिर से पेट दर्द हुआ तो सोचा होता रहता है पर थोड़ी देर बाद कपकपी भी होने लगी जिससे पापा बहुत दर गए और मम्मा को हॉस्पिटल ले गए. अब तो लगा कि बस तुम आ ही गए. रात भर मशीन में रहने के बाद पता चला ली अभी भी टाइम बचा है तो सुबह कुछ टेस्ट करवाने के बाद हम घर वापस आ गए.यहाँ पर रात का एक फोटो लगा रही हूँ
       

Saturday, August 4, 2012

बन्दर बन्दर और सिर्फ बन्दर!!!

    तुम्हारा इन्तजार करते हुए सब कुछ मजे में चल रहा था कि हमारे वहां बन्दर आने लगे.बन्दर बन्दर और सिर्फ बन्दर!!! जिससे कि बहार आना जाना, खिड़कियाँ खोलना सब कुछ मुस्किल हो गया यहाँ तक कि तुम्हारा चाचा वन्हे करंट देने को भी तैयार हो गया.ये मम्मा के लिए बहुत मुश्किल सा था तो पापा को इस के लिए मन किया गया. आजकल तुम्हारा चाचा गाड़ी सिख रहा है तो पापा छुट्टी के दिन उसे सिखाने जाते हैं.एक दिन जब दोनों लोग नहीं थे तो बन्दर मम्मा के हाथ से करछी ही छीन ले गया.तो अब सब खिडकियों में जालियां लगायीं गयी जिससे थोडा कुछ रहत सी मिली. अब तुम्हारे आने का भी कुछ कम ही समय बचा है बस बीस दिन और तो घर बदला भी नहीं जा सकता क्यूंकि यहाँ से हॉस्पिटल बहुत नजदीक है.  

Saturday, July 28, 2012

पहला हॉस्पिटल ट्रिप:13 जुलाई


        एक बात तो तुम्हे बताना भूल ही गए की हमारा एक घर हैदराबाद में है, जिसे  किराये में दिया हुआ है . पर   परेशानी  कि हमारा किरायेदार जा  रहा  है  तो समझ में नहीं आ रहा की पापा वहां जाएँ या नहीं.पापा मम्मा  को छोड़  कर  के  नहीं जा पाए. लेकिन ये एक समझदारी भरा निर्णय रहा क्यूंकि 11जुलाई को तुम्हारे  दद्दा  का  जन्मदिन  था , वहां से आने के बाद  मम्मा के पेट में अचानक से दर्द हुआ     और  वो   एडमिट   हो गयी   .हम  लोगों   को लगा   जैसे  अब  तुम  आने ही   वाले   हो  . पर वहां जा के पता चला  कि अभी   समय बचा  है.थोडा समय  वहां बिताने के बाद हम वापस आ गए . ये तुम्हारे लिए  अच्छा  है कि तुम  पूरे   समय  के बाद ही  आओ   जिससे   कोई   परेशानी न   हो   .और  हम  दद्दा के वहां से तुम्हारे लिए  कुछ  सामान  भी  ले  आये   थे   उस  दिन   ही   जिन्हें  धूप   दिखा    कर संभालना  है

Tuesday, July 24, 2012

पापा मम्मा की पहली वर्षगांठ

            फिर से बहुत दिन बाद मम्मा बात कर रही है, बहुत गन्दी बात है ना,मम्मा तुम्हारे पापा के लिए टी-शर्ट  लायी है पहनने के लिए. पर हमारा प्रोग्राम चेंज हो गया क्यूंकि पापा को भी मम्मा के जैसे रंग की शर्ट पहनाएंगे।आजकल मम्मा की तबियत ठीक नहीं रहती ज्यादा तो पापा ने सब लोगों को बाहर पार्टी देने का सोचा है।
           तो सुबह सुबह पापा मम्मा के लिए फूल  लेने गए बिना बताये  और मम्मा ने सोचा पता नहीं कहाँ गए और एक बहुत ही अच्छा सा केक भी उन्होंने मंगवाया था जो कि उन्हें बहुत तारीफ दिलवा गया।हम सब लोग खाने के लिए माखन भोग गए और बहुत मजे किये। उसके अगले दिन हम दोनों लोग पिक्चर देखने और डिनर के लिए गए। इस तरह से हम लोगों ने काफी मस्ती की.अब हम तीनो मिल के मस्ती करेंगे नेक्स्ट टाइम .
 

Thursday, June 21, 2012

बहुत सारी बातें एक साथ

आजकल मम्मा तुमसे बहुत कम बात कर रही है.तुम गुस्सा तो नहीं हो ना ? हम लोग मूवी देखने गए थे जन्नत मम्मा को अच्छी लगी और उसके बाद मस्त कलंदर जा के खाना खाया .आजकल आम भी आने लगे हैं जो की  बहुत टेस्टी हैं.तुम्हारे पापा की मैराथन रेस भी है २७ मई को. वो उसके लिए तयारी कर रहे हैं और आजकल खाना भी नहीं खा रहे .मम्मा को बहुत चिंता हो रही है.
            तुम्हारे मामा के घर में मेहमान आये हैं तुम्हारे मौसी लोग. हम लोग उनसे मिलने और फाउन्टेन शो देखने गए. पर आज तो शो बंद था और फिर ऐसे ही इधर उधर गुमते रहे.कल तुम्हारे मामा की शादी की वर्षगाँठ थी तो अब आज हमने वहां जा के मजे करे.फिर वो लोग कोतलिंगेश्वर मंदिर गए. हम लोग भी जायेंगे तुमको ले के बाद में.आज मम्मा का व्रत भी था और अगले दिन वो लोग हमारे वहां आये थे.बहुत  सारी बातचीत के बाद वो लोग चले गए. अब अगले दिन हम लोग घुमने जायेंगे उन के साथ क्यूंकि पापा ने छुट्टी ली है.अब हुआ ये की हमारे पास बहुत सरे विकल्प थे जाने को. पर गए वहां जहाँ जाने को सोचा ही नहीं था. तो ऐसा करते करते हम पहुंचे उल्सुर लैक. वहां पे बोटिंग भी होती है  और एक पार्क भी है नजदीक में . वहां मस्ती करने के बाद हम लोग गए फाउन्टेन शो देखने. आज वो खुला मिला और अंत में खाना खा के वो लोग अपने घर और हम अपने घर आ गए. अब तयारी करते करते १० दिन हो गए हैं.पापा के एक फ्रैंड भी जायेंगे रेस के लिए तो उनके साथ मम्मा भी जाने वाली है.हम लोगों ने बहुत मजे किये और वापस आ के आराम किया. पापा ने अच्छा नहीं किया रेस में पर कोई बात नहीं वो तयारी नहीं कर पाए थे. अगले साल अच्छा करेंगे. हम सब जायेंगे उनके साथ.अब उनका वेट भी कम हो रहा है धीरे धीरे. तुम्हारे आने तक तो एकदम स्मार्ट पापा बनने वाले हैं वो.
            आज तुम्हारे मामा का जन्मदिन भी है. हम लोगों को जाना है पर पता नहीं जा पायें जा नहीं क्यूंकि आज भारत बंद है. पूरा दिन टीवी देखते निकल गया और हम नहीं जा पाए.सिल्क बोर्ड पे लोगों ने ३ गाड़ियाँ जला दी तो हम नहीं जा पाए.अब अगले दिन जायेंगे. हमने तुम्हारे पापा और मामा दोनों के लिए एक टी-शर्ट खरीदी. पर मामा के पास बहुत सी नीली टी-शर्ट हैं. अब मम्मा पापा की शादी को एक साल होने वाला है तो देखो क्या प्लान बनता है.पापा मम्मा को गिफ्ट में साड़ी देने वाले हैं तो अब जा कर के उसे लेना हैं. मम्मा ने एक बहुत अच्छी सी  साड़ी  ले ली. पापा के लिए एक  गॉगल  मंगवाया मम्मा ने पर उन्हें पसंद नहीं आया.
          अब डॉक्टर हमें १५ दिन में ही बुलाने लगी है. मम्मा को दूसरा टिटनेस भी लग गया. बहुत दर्द हुआ और अगले दिन मेहमान भी आने वाले हैं.मम्मा ने दही बड़े बनाये और बाद में पापा ने सब के लिए  बाहर  से खाना मंगवाया. अब हमारी वर्षगांठ आने में २-३ दिन ही बचे हैं. फिर उस  दिन   मजे करेंगे.

मम्मा का टेस्ट

आज मम्मा का टेस्ट था बैंक का. तो हम लोग सुबह ही सुबह चले गए थे. तुमने खूब मजे किये वहां. जब मम्मा टेस्ट दे रही थी तो तुम बहुत मस्ती कर रहे थे. फिर जयनगर जा कर के थोडा सामान लिया और वापस आ गए. दोनों बहुत थक गए थे. फिर पापा ने पुलाव बनाया.और खाने के बाद हम लोगों ने आराम किया. पापा के एक फ्रैंड की बेटी हुई है और वो  कूद फांद भी  करने लगी. हम सोच रहे हैं की तुम कब करोगी.अब हम लोगों को अपना बेड़ भी अपने रूम में लाना है. अरे हाँ एक बात तो बताना भूल ही गए हम एक बेबी पोस्टर भी लाये हैं  तुम्हारे लिए. अब मम्मा पापा को बोल  के उसे रूम में लगाएगी.
              आजकल मम्मा बहुत परेशान है. आपकी दादी को ले के.वो पता नहीं क्यूँ मम्मा को कामवाली जैसा सोचती हैं.उन्होंने मम्मा को हेल्प नहीं की तो उसने कुछ नहीं कहा. वो अनामिका  को लायी तो मम्मा ने कुछ नहीं कहा. शादी के बाद घुमने नहीं जाने दिया तो कुछ नहीं कहा फिर भी वो कहती हैं कि मम्मा कुछ नहीं करती. मम्मा की तबियत भी तो ठीक नहीं रहती है.इसलिए मम्मा बहुत उदास है आज और पता नहीं कब तक रहेगी. हो सकता है की आज मम्मा तुम्हारे मामा के घर जाये.एक तो कल पापा को ऑफिस भी जाना है और फिर मम्मा आज  खुश भी नहीं है. वो मम्मा का साथ नहीं दे रहे क्यूंकि.उन्हें कुछ तो करना ही चाहिए